


फ्रांस में 78वां कान फिल्म समारोह शुरू हो चुका है। भारत के वरिष्ठ फिल्म समीक्षक अजित राय इस साल भी कान पहुंचे हुए हैं। कान फिल्म फेस्टिवल में जिन फिल्मों का प्रीमियर होना था, उनमें सबसे प्रमुख नाम हॉलीवुड सुपरस्टार टॉम क्रूज़ की मिशन इम्पॉसिबल- द फाइनल रेकनिंग है। टॉम क्रूज़ का क्रेज़ पूरी दुनिया में है और हाल के कुछ समय में इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया में ज़बरदस्त क्रेज़ पैदा किया गया है। जिस कान फिल्म फेस्टिवल हॉलीवुड सिनेमा या मेनस्ट्रीम कमर्शियल सिनेमा से अलग तरह की, ऑफबीट फिल्मों के मंच के तौर पर पहचान रही है, उसमें बीते कुछ सालों में हॉलीवुड की दिलचस्पी लगातार बढ़ती रही है। ‘मिशन इम्पॉसिबल’ फ्रैंचाइज़ की टॉम क्रूज़ की नई फिल्म का प्रीमियर भी इसी की कड़ी है। फिल्म के प्रीमियर पर अजित राय की खास रिपोर्ट। अजित राय वरिष्ठ पत्रकार-फिल्म समीक्षकहैं जो दुनिया भर में घूमकर अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल कवर करते रहे हैं। उद्योगपति हिंदुजा बंधुओं के बॉलीवुड कनेक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के ज़रिए भारतीय फिल्मों को अंतरराष्ट्रीय फलक तक ले जाने के उनके योगदान पर अजित राय ने पिछले साल एक पुस्तक Hindujas And Bollywood लिखी थी, जो खासी चर्चित रही है। प्रस्तुत है कान से भेजी उनकी तीसरी रिपोर्ट।
78 वें कान फिल्म समारोह में सबसे अधिक दीवानगी टॉम क्रूज़ की फिल्म ‘मिशन इंपॉसिबल: द फाइनल रेकनिंग’ के लिए देखी गई। रेड कार्पेट से लेकर ग्रैंड थियेटर लूमिए के दोनों शो के लिए भारी भीड़ उमड़ी और हजारों दर्शक टिकट न मिलने के कारण फिल्म नहीं देख सके। इस फिल्म के निर्देशक क्रिस्टोफर मैकक्वेरी है जिन्होंने इस सीरीज़ की चार फिल्में निर्देशित की है। टॉम क्रूज और क्रिस्टोफ़र मैकक्वेरी इस फिल्म के प्रोड्यूसर भी हैं। इसमें टॉम क्रूज़ के साथ हेले अटवेल, विंग हेम्स, साइमन पेग, एंजेला बसेट, एसाई मोरेल्स, पाम क्लेमेंटिफ, हेनरी जेरनी, जेनेट मैक्टीयर, हन्ना वाडिंघम आदि ने काम किया है। यह ‘मिशन इंपॉसिबल’ सीरीज़ की आठवीं और अभी तक अंतिम फिल्म है जिसकी शुरुआत आज से तीस साल पहले 1996 में हुई थी। इस सीरीज़ की सातवीं फिल्म थी – ‘द डेड रेकनिंग’ जो जुलाई 2023 में रीलिज हुई थी। बताया जाता है कि इस सीरीज ने अब तक बाक्स आफिस पर करीब पांच बिलियन डॉलर की रिकार्डतोड़ कमाई की है। इस समय टॉम क्रूज़ हॉलीवुड के सबसे बड़े सुपर स्टार हैं और 62 साल की उम्र में भी उनका स्टारडम बना हुआ है। यह फिल्म फ्रांस में 21 मई और अमेरिका में 23 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।

कान फिल्म समारोह में हॉलीवुड के बढ़ते प्रभाव पर समारोह के निर्देशक थियरी फ्रेमों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वीकार किया कि कान फिल्म समारोह के शुरू होने में अमेरिकी फिल्मकारों का काफी योगदान रहा है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि वे लोग इस फिल्म को समारोह की उद्घाटन फिल्म बनाना चाहते थे पर ऐसा इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि यह फिल्म उद्घाटन के एक सप्ताह बाद रिलीज हो रही है। कान फिल्म समारोह के नियमों के अनुसार उसी फिल्म को उद्घाटन फिल्म बनाया जा सकता है जो उसी दिन फ्रांस के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही हो। इससे पहले टॉम क्रूज़ 75 वें कान फिल्म समारोह (2022) में अपनी फिल्म ‘टॉप गन मावेरिक’ लेकर आए थे। इस बार हॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता राबर्ट डी नीरो को ऑनरेरी पाम डि’ओर दिया गया। क्वेंटिन टैरेंटिनो ने समारोह का उद्घाटन किया। मंच पर लियोनार्डो डिकैप्रियो मौजूद रहे। स्टीवन स्पीलबर्ग, फ्रांसिस फोर्ड कपोला, वुडी एलेन, कोएन ब्रदर्स, जार्ज मिलर, मेल गिब्सन, हैरिसन फोर्ड, केट ब्लांशेट, एंजलिना जोली जैसे दिग्गज सितारों-फिल्मकारों की कान फिल्म समारोह में अक्सर मौजूदगी रही हैं। कान फिल्म समारोह की कई फिल्में बड़े पैमाने पर ऑस्कर पुरस्कारों में नामांकित होती रहीं हैं और पुरस्कार जीतती रही हैं।

‘मिशन इंपॉसिबल: द फाइनल रेकनिंग’ में टॉम क्रूज़ एक आईएमएफ (इंपासिबल मिशन फोर्स) सीक्रेट एजेंट बने हैं जो अपनी टीम के साथ एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से पैदा हुए ‘एंटी गॉड’ एंटिटी के परमाणु हमले से दुनिया को बचाने निकले हैं। फिल्म की शुरुआत ब्रह्मांड की दृश्यावली के साथ एक लंबी वॉयस ओवर कमेंट्री से होती है जिसमें कहा गया है कि यह दुनिया खत्म होने के कगार पर है इसलिए बदल रही है क्योंकि युद्ध आ रहा है जो सारी मानवता को नष्ट कर देगा। फिल्म के अंत में जब टॉम क्रूज़ परमाणु हमले से दुनिया को बचाने में सफल हो जाते हैं तो भविष्यवाणी की तरह एक वॉयस ओवर कमेंट्री होती है कि पहले से कुछ भी लिखा हुआ नहीं है, हम अपनी नियति के मालिक खुद हैं। फिल्म में लोमहर्षक ऐक्शन दृश्य है लेकिन उसके साथ भावनात्मक संवेगों की सिंफनी भी है। पटकथा ऐसी चुस्त-दुरुस्त कि करीब 169 मिनट तक दर्शकों को पूरी तरह बांधे रखती है। जीवन और जगत को लेकर वैश्विक दार्शनिक टिप्पणियां बहुत दिलचस्प है। फ्रेजर टगार्ट की सिनेमैटोग्राफी कमाल की है।

यह फिल्म सच्चे अर्थों में एक ग्लोबल और यूनिवर्सल फिल्म है जो अपनी पटकथा में अमेरिका के साथ रुस, भारत, पाकिस्तान, इजरायल, ब्रिटेन, उत्तर कोरिया, जापान, दक्षिण अफ्रीका आदि कई देशों को शामिल करती हैं। टॉम क्रूज़ मोबाइल के आकार के एक यंत्र पोडकोवा को हासिल करना चाहते हैं जिसमें एंटी गॉड एंटिटी को नियंत्रित करने के कोड छिपे हुए हैं। उनके पास पोडकोवा की चाबी है जो इसाई क्रास जैसी है। अपनी पिछली फिल्म में उन्होंने हवा में असाधारण करतब दिखाए थे जबकि इस फिल्म में वे समुद्र के भीतर अपने साहस और क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं। यह भी ध्यान देने लायक है कि फिल्म में अमेरिका की राष्ट्रपति के रूप में एक अश्वेत महिला को दिखाया गया है। फिल्म का ढांचा पारिवारिक है और कहीं भी सेक्स और वीभत्स हिंसा नहीं है। शायद ऐसा वैश्विक बिजनेस को ध्यान में रखकर किया गया है। अंतिम दृश्यों में लाल और पीले उड़न खटोले की विस्मयकारी आसमानी कलाबाजी दिखाई गई है, जिसे देखना रोमांचक रुप से मनोरंजक है।