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Parikrama

KIFF 2024 रिपोर्ट 2: दिल और दिमाग से उपजा सिनेमा

‘परिक्रमा’ की कथा यह है कि इस फिल्म में दो किशोर हैं और दोनों ‘मातृत्व विहीन’ है। एक अलकजेंड्रो का अपना बेटा है, जिसकी मां गुजर चुकी हैं और दूसरा नर्मदा में विस्थापन के कारण अनाथ की जिंदगी जी रहा वह किशोर (लाला) है।

30वां कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव शुरू

तीसवें कोलकाता फिल्मोत्सव में फिल्मकार तपन सिन्हा के अलावा एक्टर मार्लन ब्रांडो, इतालवी अभिनेता मार्सेलो मास्त्रोआनी, सोवियत फिल्मकार सर्गेई पराजानोव, भारतीय फिल्मकार हरि साधन दासगुप्ता, अभिनेत्री/निर्देशका अरुंधती देवी, तमिल अभिनेता ए नागेश्वर राव, कला निर्देशक बंसीचंद्र गुप्त, गायक मोहम्मद रफ़ी, गायक तलत महमूद और मदन मोहन को भी श्रद्धांजलि दी जा रही है। इन सबका जन्म शताब्दी वर्ष चल रहा है।

Film Paar

गौतम घोष की ‘पार’: जीवन के भीतर पार पाने का संघर्ष

फिल्म का शीर्षक ’पार’ है,  भाववादी दर्शनों में मनुष्य सांसारिकता से छुट्टी पाकर जीवन नैया ’पार’ करना चाहता है। यहां श्रमिक दंपत्ति इस जीवन के भीतर सुकून की तलाश के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्हें भवसागर पार नहीं करनी है। एक नदी पार करनी है ताकि अपना घर वापस लौट सकें, जहां भले भूख,गरीबी है मगर इस तरह अनामिकता, अजनबियत, छल –प्रपंच नहीं है। यद्यपि शोषण वहां भी है मगर वहां कम से कम रात को सोने को झोपड़ी तो है!