श्याम बाबू सिनेमा में संविधान के मूल्य जिन्दा रखते थे: प्रथम पुण्यतिथि विशेष
करीब से जानने पर यह और स्पष्ट हुआ कि श्याम बेनेगल के लिए सिनेमा कभी भी केवल पेशा नहीं रहा। वह उनके जीवन की बुनियादी भाषा थी, दुनिया को समझने और समझाने का जरुरी माध्यम ।

करीब से जानने पर यह और स्पष्ट हुआ कि श्याम बेनेगल के लिए सिनेमा कभी भी केवल पेशा नहीं रहा। वह उनके जीवन की बुनियादी भाषा थी, दुनिया को समझने और समझाने का जरुरी माध्यम ।
With two days of impactful films, inspiring discussions, and deep youth engagement, ALT EFF Delhi 2025 emerged as a powerful reminder that cinema is not just art — it is a catalyst for awareness, reflection, and meaningful change.
फेस्टिवल के दोनों दिन बेहद महत्वपूर्ण और नई जानकारियों से भरपूर कुछ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फ़िल्में प्रदर्शित की गईं। इनमें सामाजिक अन्याय, विस्थापन, जंगलों का विनाश, शहरी सीवेज प्रणाली और मानव–पर्यावरण संबंध जैसे मुद्दों को गहराई से दिखाया गया। दूसरे दिन एक महत्वपूर्ण पैनल डिस्कशन भी आयोजित किया गया, जिसका विषय था— ‘हमारा पर्यावरण, हमारा भविष्य: स्थानीय चुनौतियाँ और समाधान’।
Talk Cinema On The Floor (TCOTF) marked its sixth successful chapter this November, continuing its mission of building a meaningful, collaborative and sensitive cinema ecosystem in Delhi-NCR.
हर महीने होने वाले फिल्मकार, लेखक, छात्र, तकनीशियन और सिनेप्रेमियों के जीवंत समूह की रचनात्मक और दिलचस्प अड्डेबाज़ी के आयोजन टॉक सिनेमा ऑन द फ़्लोर ने 6 महीने पूरे कर लिए हैं। नवंबर चैप्टर में एक बार सिनेमा के अलग-अलग पहलुओं पर खास मेहमानों के साथ चर्चा हुई। यह पहल राजधानी का एक अनोखा community-driven creative hub बन चुकी है।
ALT EFF 2025 — the Delhi edition of the All Living Things Environmental Film Festival — comes to SACAC & NDFF on 6–7 Dec 2025
फिल्म एंड टेलिविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में अध्यापन के दौरान घटक ने फिल्मकारों की एक ऐसी पीढ़ी को आकार दिया जिन्होने सिनेमा सृजन की घटक की परंपरा को न सिर्फ आगे बढ़ाया बल्कि अपने अमूल्य योगदान से उसके लिए नया रास्ता तैयार किया, जो भारत के सिनेमा के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दौर बना, जिसे भारतीय न्यू वेव के नाम से जाना गया।
इस आयोजन में घटक की फिल्म ‘नागरिक’ की स्क्रीनिंग और उस पर महत्वपूर्ण सिनेमा विशेषज्ञों की चर्चा बहुत खास रही। विभाजन पर बनायी ऋत्विक घटक की पहली फिल्म ‘नागरिक’ की कहानी विभाजन के तुरंत बाद के कलकत्ता की है। फिल्म उत्तरी बंगाल के एक परिवार के ज़रिए युद्ध और विभाजन के बाद के दौर के संघर्षों के बारे में बात करती है।
The Spotlight session — the flagship segment of TCOTF — featured Ashmita Guha Neogi, writer-director of CatDog and an alumna of FTII Pune. CatDog won the Top Award in La Cinef at the Cannes Film Festival 2020 and also won Best Student Short Film Award at the San Sebastián International Film Festival (2020).
‘स्पॉटलाइट’ सेगमेंट ‘टॉक सिनेमा ऑन द फ़्लोर’ का सबसे खास सेगमेंट होता है। इस बार साल 2020 के कान फिल्म समारोह के ला सिनेफ़ कैटेगरी में पहला पुरस्कार प्राप्त करने वाली फिल्म कैटडॉग की लेखक-निर्देशक अश्मिता गुहा नियोगी खास मेहमान थीं, जो मुंबई से आई थीं।