मालिक: समाज-सियासत का अक्स दिखाती फ़हद फ़ासिल की ‘आंखें’

आंखों से बेहतरीन अभिनय कैसे किया जाता है, फहाद लगातार उस कला में ख़ुद को फ़िल्म दर फ़िल्म मांजते हुए ‘मलिक’ में महारथी की तरह उभरे हैं। इरफान की अनुपस्थिति से ख़ाली हुई जगह को भरने की क्षमता है उनमें।