मनोज बाजपेयी: कुछ पाने की ज़िद

मनोज को न केवल हर मोड़ पर उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा था बल्कि अपनी लंबाई, वजन, सेक्स अपील की कमी और व्यक्तित्व में करिश्मा न होने जैसे ताने भी सुनने पड़ रहे थे। मनोज कहते हैं, ‘मेरे थिएटर के अनुभव की यहाँ कोई कीमत ही नहीं थी। मैं हैरान था कि निर्माता-निर्देशकों को एक अनुभवी अभिनेता और एक नए-नवेले अभिनेता में फर्क की कोई ज़रुरत नहीं थी।’