फ्रांस के अश्वेत फिल्मकार लाड्ज ली ने अपनी पिछली चर्चित फिल्म ‘ल मिजरेबल्स’ की तरह हीं ‘ल इनडिजायरेबल्स’ में गोरे लोगों द्वारा काले लोगों के प्रति लगातार होनेवाले रंगभेद, अन्याय और भ्रष्टाचार को विषय बनाया है। जबकि चीन के वैंग बिंग की लंबी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘यूथ’ ( स्प्रिंग) बताती है कि जिन युवा कामगारों के मेहनत के बल पर आज चीन मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में सबसे आगे हैं, उनके बेहतर जीवन की कोई योजना उसके पास नहीं है।
महान फिल्मकार नब्बे वर्षीय रोमन पोलांस्की की नई फिल्म ‘द पैलेस’ दुनिया भर में फैली अश्लील अमीरी का वीभत्स मजाक उड़ाती है। यह एक ब्लैक कॉमेडी है जो दर्शकों को हंसाते-हंसाते अमीर लोगों की जिंदगी के अंधेरों में ले जाती है। इसी 2 सितंबर 2023 को 80वें वेनिस अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर हुआ था।
फिल्म ‘गुडबाय जूलिया’ को छठे अल गूना फिल्म फेस्टिवल (इजिप्ट) में द सिनेमा फॉर ह्यूमनिटी ऑडिएंस अवॉर्ड से नवाजा गया है। इसके निर्देशक मोहम्मद कोरदोफानी उत्तरी सूडानी अरब है जिन्हें इस बात का अफसोस है कि अरबों ने बहुत नस्लवादी अत्याचार किए हैं जिस कारण सूडान का विभाजन हुआ। उनका कहना है कि यह फिल्म प्रायश्चित का एक छोटा सा प्रयास है।
‘ह्विस्पर्स आफ फायर एंड वॉटर’ एक ऐसी फिल्म हैं जो कहानी से अधिक अपनी कलात्मक सिनेमैटोग्राफी और साउंड डिजाइन के कारण अद्वितीय बन गई है।
फिल्म में नायक शिवा के आगे एक ऐसी दुनिया खुलती है, जो सुविधासंपन्न शहरी जीवन के आदी हो चुके शिवा के लिए रहस्यमय किंतु आकर्षक है।
फिलिस्तीनी मूल की ब्रिटिश महिला निर्देशक फराह नाबुल्सी की पहली फिल्म- ‘द टीचर’ जिसे हाल ही में सऊदी अरब के जेद्दा में आयोजित तीसरे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में दो- दो पुरस्कार मिले हैं। ऐसा इजरायल-हमास युद्ध में फिलिस्तीनी नागरिकों के प्रति पक्षधरता और समर्थन के लिए किया गया है।
हॉलीवुड गेट दरअसल काबुल के बाहरी इलाके में अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के ठिकाने का नाम था जो एक तरह से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना का मुख्यालय बन गया था। जब 30 अगस्त को अंतिम रूप से अमेरिकी सेना वहां से चली गई तो पता चला कि करीब सात बिलियन डॉलर का सैन्य साजो सामान छोड़ गई है।
राहुल भट्ट ने अल गूना फिल्म फेस्टिवल के बारे में कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के साये में यह फेस्टिवल मानवता के लिए हो रहा है। हम कलाकारों के लिए सबसे पहले मानवता है। मशहूर रूसी रंग चिंतक स्तानिस्लावस्की ने अपनी किताब ‘ऐन ऐक्टर प्रिपेयर्स’ में लिखा है कि एक अभिनेता को सबसे पहले एक अच्छा इंसान होना चाहिए।
कुर्दिश मूल के स्वीडिश फिल्मकार होगिर हिरोरी की डाक्यूमेंट्री सबाया की आज दुनिया भर में बड़ी चर्चा हो रही है। होगिर हिरोरी अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरी सीरिया के यजीदी होम सेंटर में रात के अंधेरे में चालीस बार गए और यह फिल्म शूट की। उन्होंने उन कई औरतों के इंटरव्यू लिए जिन्हें इस्लामिक स्टेट आईएसआईएस के लोगों ने अपहरण कर जबरन सेक्स स्लेव बनाया था।
मिस्र के ही उमर अल जोहरी की फिल्म फेदर्स को लेकर देश भर में हंगामा हो रहा है। सोशल मीडिया पर राष्ट्रवादी समूह जमकर इसकी आलोचना कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस फिल्म से दुनिया भर में मिस्र की छवि खराब होगी। अपने छह साल के बेटे के जन्मदिन पर आयोजित जादू के शो के दौरान एक तानाशाह आदमी मुर्गे में बदल जाता है।