हंसल मेहता का ‘स्कूप’: चौथे खंबे के अंधकूप की अंतर्कथा
हंसल मेहता की नई वेब सीरीज़ ‘स्कूप’ में खुद को तीसमारखां समझने वाले तमाम पत्रकारों के लिए सबक है कि खबर देने वाले हर सूत्र का अपना एजेंडा होता है। खबरें योजनाबद्घ तरीके से प्लांट कराई जाती हैं। सावधान नहीं रहे तो मोहरा बनने का खतरा रहता है।